मै नास्तिक क्यों हु?: (Record no. 38852)
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000 -LEADER | |
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fixed length control field | 03098 a2200157 4500 |
020 ## - INTERNATIONAL STANDARD BOOK NUMBER | |
ISBN | 9789355219237 |
082 ## - DEWEY DECIMAL CLASSIFICATION NUMBER | |
Classification number | 210.923 |
100 ## - MAIN ENTRY--AUTHOR NAME | |
Personal name | सिंह, भगत |
Fuller form of name | Bhagat Singh |
245 ## - TITLE STATEMENT | |
Title | मै नास्तिक क्यों हु?: |
Statement of responsibility, etc | भगत सिंह |
246 ## - VARYING FORM OF TITLE | |
Title proper/short title | Main Nastik Kyun Hoon |
260 ## - PUBLICATION, DISTRIBUTION, ETC. (IMPRINT) | |
Name of publisher | प्रभात प्रकाशन |
Year of publication | 2023 |
520 ## - SUMMARY, ETC. | |
Summary, etc | [यह लेख भगतसिंह ने जेल में रहते हुए लिखा था और यह 27 सितम्बर 1931 को लाहौर के अखबार "द पीपल" में प्रकाशित हुआ। इस लेख में भगतसिंह ने ईश्वर कि उपस्थिति पर अनेक तर्कपूर्ण सवाल खड़े किये हैं और इस संसार के निर्माण, मनुष्य के जन्म, मनुष्य के मन में ईश्वर की कल्पना के साथ साथ संसार में मनुष्य की दीनता, उसके शोषण, दुनिया में व्याप्त अराजकता और और वर्गभेद की स्थितियों का भी विश्लेषण किया है। यह भगतसिंह के लेखन के सबसे चर्चित हिस्सों में रहा है। स्वतन्त्रता सेनानी बाबा रणधीर सिंह 1930-31 के बीच लाहौर के सेन्ट्रल जेल में क़द थे। वे एक धार्मिक व्यक्ति थे जिन्हें यह जान कर बहुत कष्ट हुआ कि भगतसिंह का ईश्वर पर विश्वास नहीं है। वे किसी तरह भगतसिंह की कालकोठरी में पहुंचने में सफल हुए और उन्हें ईश्वर के अस्तित्व पर यकीन दिलाने की कोशिश की। असफल होने पर बाबा ने नाराज होकर कहा, "प्रसिद्धि से तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है और तुम अहंकारी बन गए हो जो कि एक काले पर्दे की तरह तुम्हारे और ईश्वर के बीच खड़ी है। इस टिप्पणी के जवाब में भगत सिंह ने यह लेख लिखा। ऐसे ही कई महत्त्वपूर्ण लेखों का संग्रह है ये किताब। |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM | |
Topical Term | Atheism |
Form subdivision | Religion |
General subdivision | Philosophy |
Geographic subdivision | India |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM | |
Topical Term | नास्तिकता |
Form subdivision | धर्म |
General subdivision | दर्शन |
Geographic subdivision | भारत |
942 ## - ADDED ENTRY ELEMENTS (KOHA) | |
Source of classification or shelving scheme | |
Koha item type | Books |
Withdrawn status | Lost status | Damaged status | Not for loan | Collection code | Permanent Location | Current Location | Date acquired | Source of acquisition | Cost, normal purchase price | Full call number | Accession Number | Copy number | Cost, replacement price | Price effective from | Koha item type |
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हिंदी पुस्तकों पर विशेष संग्रह | NASSDOC Library | NASSDOC Library | 2024-03-20 | All India Book House | 180.50 | 210.923 | 54035 | 250.00 | 2024-03-20 | Books |