समाजशास्त्रः (Record no. 39000)
[ view plain ]
000 -LEADER | |
---|---|
fixed length control field | 04355nam a22002297a 4500 |
020 ## - INTERNATIONAL STANDARD BOOK NUMBER | |
ISBN | 9788131610428 |
082 ## - DEWEY DECIMAL CLASSIFICATION NUMBER | |
Classification number | 301 |
Item number | SAM- |
245 ## - TITLE STATEMENT | |
Title | समाजशास्त्रः |
Sub Title | अर्थ एवं उपागम (समाजशास्त्र रीडर - I)/ |
Statement of responsibility, etc | नरेश भार्गव;वेददान सुधीर; अरुण चतुर्वेदी ;संजय लोढ़ा |
246 ## - VARYING FORM OF TITLE | |
Title proper/short title | Samajshastra |
260 ## - PUBLICATION, DISTRIBUTION, ETC. (IMPRINT) | |
Place of publication | जयपुर: |
Name of publisher | रावत, |
Year of publication | 2021. |
300 ## - PHYSICAL DESCRIPTION | |
Number of Pages | xvi,328p. |
Other physical details | Include References. |
520 ## - SUMMARY, ETC. | |
Summary, etc | समाज विज्ञान की एक प्रमुख विधा के रूप में समाजशास्त्र का अपना विशिष्ट महत्व है। मानव जिस समाज में रहता है, उस समाज में मानवीय संबंधों, क्रियाकलापों, प्रक्रियाओं, मानवीय व्यवहार, आचार-विचार आदि के कई ऐसे संदर्भ हैं, जिन्हें वैज्ञानिक आधार पर समझना आवश्यक है। सैद्धांतिक तौर पर इन्हीं संदर्भों को समाजशास्त्र का सैद्धांतिक अभिप्राय समझा जा सकता है। प्रस्तुत संकलन समाजशास्त्र के कतिपय ऐसे ही संदर्भों को सूक्ष्म रूप से समझने का प्रयास है। इस संकलन में समाजशास्त्र के कुछ मूलभूत पक्षों को सम्मिलित किया गया है जिसमें जहाँ एक ओर समाजशास्त्र का अर्थ है तो दूसरी ओर समाजशास्त्र के मूलभूत अध्येताओं और उनकी सैद्धांतिक व्याख्याओं को सम्मिलित किया गया है। किसी भी शास्त्र के स्पष्टीकरण तथा विश्लेषण की अपनी भाषा है। यह भाषा उन शब्दों से बनती है, जो उस शास्त्र के संकेत शब्द हैं। ये संकेत शब्द परिभाषित किए जाते हैं और इन्हीं परिभाषाओं के आधार पर समाजशास्त्रीय विश्लेषण किया जाता है। समाजशास्त्रीय भाषा में प्रयुक्त संकल्पनाओं को भी इस संकलन में सम्मिलित किया गया है। तीन खंडों में विभाजित इस संकलन के सभी 16 आलेखों को हिंदी के प्रसिद्ध लेखकों द्वारा लिखा गया है, जो सहज तथा सरल शब्दों में समाजशास्त्र पर अपनी विवेचनाएँ प्रस्तुत करते रहे हैं। आशा है यह संकलन पाठकों और विद्यार्थियों को समाजशास्त्र की समझ विकसित करने में सहायक होगा। |
546 ## - LANGUAGE NOTE | |
Language note | Hindi. |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM | |
Topical Term | सामाजिक सिद्धांत |
Form subdivision | सामाजिक विज्ञान |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM | |
Topical Term | अनुप्रयुक्त समाजशास्त्र |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM | |
Topical Term | समाजशास्त्र, ग्रामीण |
700 ## - ADDED ENTRY--PERSONAL NAME | |
Personal name | भार्गव,नरेश |
Relator term | संपादक |
700 ## - ADDED ENTRY--PERSONAL NAME | |
Personal name | वेददान सुधीर |
Relator term | संपादक |
700 ## - ADDED ENTRY--PERSONAL NAME | |
Personal name | अरुण चतुर्वेदी |
Relator term | संपादक |
700 ## - ADDED ENTRY--PERSONAL NAME | |
Personal name | संजय लोढ़ा |
Relator term | संपादक |
942 ## - ADDED ENTRY ELEMENTS (KOHA) | |
Source of classification or shelving scheme | |
Koha item type | Books |
Withdrawn status | Lost status | Damaged status | Not for loan | Collection code | Permanent Location | Current Location | Date acquired | Source of acquisition | Cost, normal purchase price | Bill Date | Full call number | Accession Number | Cost, replacement price | Price effective from | Koha item type |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
हिंदी पुस्तकों पर विशेष संग्रह | NASSDOC Library | NASSDOC Library | 2024-03-21 | Rajasthani Granthagar | 790.59 | 19-03-2024 | 301 SAM- | 54156 | 1095.00 | 2024-03-21 | Books |