मेरी आवाज सुनो / (Record no. 39414)

000 -LEADER
fixed length control field 07478nam a22002297a 4500
020 ## - INTERNATIONAL STANDARD BOOK NUMBER
ISBN 9788126706457
041 ## - LANGUAGE CODE
Language code of text/sound track or separate title hin-
082 ## - DEWEY DECIMAL CLASSIFICATION NUMBER
Classification number 891.431
Item number AZM-M
100 ## - MAIN ENTRY--AUTHOR NAME
Personal name आज़मी, कैफ़ी
Relator term लेखक.
245 ## - TITLE STATEMENT
Title मेरी आवाज सुनो /
Statement of responsibility, etc कैफ़ी आज़मी
260 ## - PUBLICATION, DISTRIBUTION, ETC. (IMPRINT)
Place of publication नई दिल्ली:
Name of publisher राजकमल प्रकाशन,
Year of publication 2018.
300 ## - PHYSICAL DESCRIPTION
Number of Pages 267p.
504 ## - BIBLIOGRAPHY, ETC. NOTE
Bibliography, etc Includes Bibliography and Index.
520 ## - SUMMARY, ETC.
Summary, etc गीत लिखना और ख़ास तौर पर फि’ल्मों के लिए गीत लिखना कुछ ऐसा अमल है जिसे उर्दू अदीब एक लंबे अरसे तक अपने स्तर से नीचे की चीज“ समझता रहा है । एक ज“माना था भी ऐसा जब फि’ल्मों में संवाद–लेखक (‘मुंशी’) और गीतकार सबसे घटिया दर्जे के जीव समझे जाते थे । इसलिए अगर मरहूम ‘जोश’ मलीहाबादी फि’ल्म–लाइन को हमेशा के लिए ख़ैरबाद कहकर ‘सपनों’ की उस दुनिया से भाग आए तो इसका कारण आसानी से समझा जा सकता है । उतना ही आसानी से यह बात भी समझी जा सकती है कि क्यों लोगों ने राजा मेहदी अली ख़ान जैसे शायरों पर ‘नग़्मानिगार’ का लेबिल चिपकाकर उनकी शायराना शख्शियत को एक सिरे से भुला दिया । लेकिन फिर एक ज“माना वह भी आया जब लखनऊ और दिल्ली की सड़कों पर फटे कपड़ों और फटी चप्पलों में मलबूस, हफ्“ते में दो दिन भूखे रहनेवाले तरक्की पसंद शायरों की एक जमात रोजी–रोटी की तलाश में आगे–पीछे बंबई जा पहुँची । हर हाल में अपनी आवाज“ सुनाने के लिए कमर बाँधे इन अदीबों में ‘मजरूह’ और ‘मख़्दूम’ भी थे, ‘साहिर’ और ‘असद’ भोपाली भी थे, जाँनिसार ‘अख़्तर’ और अख़्तरुल–ईमान भी थे, गुरुबख़्शसिंह ‘मख़्मूर’ जालंधरी भी थे और हमारे ‘कैफी’ आज“मी भी थे । यह वह ज“माना था जब फि’ल्म–लाइन में एक चमक–दमक तो थी पर आज की तरह रुपयों की बरसात नहीं होती थीय भारतभूषण जब चोटी के कलाकारों में गिने जाते थे तब भी उनकी माहाना आमदनी कुछ हजार रुपयों तक महदूद थी । फि’ल्म–लाइन के उन दिनों के ‘जल्वे’ के बारे में मंटो ने जो कुछ बयान किया है, उससे आगे कोई क्या कहे ! लेकिन फिर इन्हीं तरक्की पसंद नौजवान शायरों का कमाल यह रहा कि जहाँ तक गीत–कहानी–संवाद का सवाल है, उन्होंने फि’ल्म–जगत का नक्“शा ही बदलकर रख दिया । नग़्मगी के अलावा अछूते बोल और ऊँचे ख़यालात, भविष्यमुखी दृष्टि और इनसानी जिन्दगी के उरूज को लेकर देखे जानेवाले सपने इन गीतकारों की विशेषता थे । सच तो यह है कि, इन गीतकारों के पहले या उनके बाद, गीत की विधा कभी इतनी ऊँचाई तक नहीं पहुँची जहाँ तक उसे इन शायरों के दस्ते–मुबारक ने पहुँचा दिया । इन शायरों और नग़्मानिगारों के योगदान को समझना हो तो आज के पतन के माहौल से मुकाबला करके समझिए जब पैसा बटोरने के लिए लालायित खोटे सिक्के खरे सिक्कों को बाजार से विस्थापित करने लगे हैं । एक स्वनामधन्य ‘गीतकार’ ने तो अमीर खुसरो के दो–दो गीत चोरी किए और खुसरो का नाम देने तक की ज“रूरत नहीं समझी, बल्कि गीतों के आख़िरी मिसरे हटा दिए जिनमें खुसरो का नाम आता था । ऐसे ही अँधेरे, काले माहौल में ‘कैफी’ जैसे शायरों के गीत जुगनुओं की तरह चमकते दिखाई देते हैं और, आप जानें, अल्लामा इक’बाल ने तो जुगनू को परवाने से लाख दर्जा बेहतर ठहराया है कि जुगनू किसी दूसरे की आग का मुहताज नहीं होता । मुसाफि’र अगर हौसले और हिम्मत का धनी है तो वह जुगनुओं की रौशनी में अपना सफ’र बखूबी जारी रख सकता है ।<br/>
546 ## - LANGUAGE NOTE
Language note Hindi.
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM
Topical Term उर्दू कविता
Form subdivision ग़ज़ल और नज़्म
General subdivision साहित्यिक विशेषताएँ
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM
Topical Term कैफ़ी आज़मी – रचनाएँ
Form subdivision काव्य संकलन
General subdivision साहित्यिक आलोचना
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM
Topical Term सामाजिक न्याय
Form subdivision कविता में चित्रण
General subdivision मानवाधिकार और संघर्ष
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM
Topical Term प्रगतिशील साहित्य
Form subdivision उर्दू साहित्य
General subdivision समाजवादी दृष्टिकोण
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM
Topical Term भारतीय कविता
Form subdivision 20वीं सदी
General subdivision साहित्यिक प्रवृत्तियाँ
942 ## - ADDED ENTRY ELEMENTS (KOHA)
Source of classification or shelving scheme
Koha item type Books
Holdings
Withdrawn status Lost status Damaged status Not for loan Permanent Location Current Location Date acquired Source of acquisition Cost, normal purchase price Bill Date Full call number Accession Number Cost, replacement price Price effective from Koha item type
        NASSDOC Library NASSDOC Library 2024-03-21 Overseas Press India Private Limited. 357.39 2024-03-21 891.431 AZM-M 54623 495.00 2024-03-21 Books