000 -LEADER |
fixed length control field |
03950nam a22002417a 4500 |
020 ## - INTERNATIONAL STANDARD BOOK NUMBER |
ISBN |
9789390678433 |
041 ## - LANGUAGE CODE |
Language code of text/sound track or separate title |
hin- |
082 ## - DEWEY DECIMAL CLASSIFICATION NUMBER |
Classification number |
891.433 |
Item number |
SIN-P |
100 ## - MAIN ENTRY--AUTHOR NAME |
Personal name |
सिंह, नामवर | Singh, Namwar |
Relator term |
लेखक | Author |
245 ## - TITLE STATEMENT |
Title |
पन्नों पर कुछ दिन / |
Statement of responsibility, etc |
नामवर सिंह |
246 ## - VARYING FORM OF TITLE |
Title proper/short title |
Pannon Par Kuch Din by Namwar Singh |
260 ## - PUBLICATION, DISTRIBUTION, ETC. (IMPRINT) |
Place of publication |
नई दिल्ली: |
Name of publisher |
वाणी प्रकाशन, |
Year of publication |
2021. |
300 ## - PHYSICAL DESCRIPTION |
Number of Pages |
152p. |
520 ## - SUMMARY, ETC. |
Summary, etc |
इन दो अलग-अलग कालखण्डों की डायरी से गुज़रने पर ऐसा लगता है कि यह विद्यार्थी नामवर सिंह से शोधार्थी नामवर सिंह की यात्रा का एक संक्षिप्त साहित्यिक वृत्तान्त है। उनके एकान्त के क्षणों का चिन्तन, अपने मित्रों, गुरुओं तथा उस समय के उभरते हुए साहित्यकारों के साथ बौद्धिक-विमर्शसब कुछ इन दोनों डायरियों में दर्ज है। इन डायरियों को उस समय के साहित्यिक वातावरण का दर्पण भी कहा जा सकता है। बनारस और इलाहाबाद उस समय साहित्य, संगीत और कला की उर्वर भूमि थे। साहित्य की बहुत-सी प्रसिद्ध हस्तियाँ इन शहरों की देन थीं, जिनका इन शहरों से लगाव भी बराबर बना रहा। इन शहरों के उस कालखण्ड पर नज़र डालें, तो मशहूर ग्रीक कवि कवाफ़ी का यह वाक्य याद आता है- “हम किसी शहर में नहीं, समय विशेष में रहते हैं और समय?' ये शहर तो आज भी हैं, लेकिन वह समय, वे लोग, वह वातावरण अब पहले की तरह नहीं हैं। नामवर सिंह को बेहतर जानने और समझने की जिज्ञासा रखने वालों के लिए पन्नों पर कुछ दिन पुस्तक महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ हो सकती है। |
546 ## - LANGUAGE NOTE |
Language note |
Hindi. |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM |
Topical Term |
नामवर सिंह – कृतियाँ |
Form subdivision |
निबंध |
General subdivision |
हिंदी साहित्य |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM |
Topical Term |
साहित्यिक आलोचना – हिंदी साहित्य |
Form subdivision |
समकालीन समीक्षा |
General subdivision |
विचार और दृष्टिकोण |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM |
Topical Term |
हिंदी साहित्य – अध्ययन और आलोचना |
Form subdivision |
साहित्यिक मूल्यांकन |
General subdivision |
आधुनिक हिंदी साहित्य |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM |
Topical Term |
भारतीय लेखक – आत्मकथात्मक तत्व |
Form subdivision |
साहित्य में चित्रण |
General subdivision |
व्यक्तिगत दृष्टिकोण |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM |
Topical Term |
हिंदी निबंध – साहित्य और समाज |
Form subdivision |
साहित्यिक विमर्श |
General subdivision |
सामाजिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य |
700 ## - ADDED ENTRY--PERSONAL NAME |
Personal name |
सिंह, विजय प्रकाश | Singh, Vijay Prakash |
Relator term |
सम्पादक | Editor |
942 ## - ADDED ENTRY ELEMENTS (KOHA) |
Source of classification or shelving scheme |
|
Koha item type |
Books |