ग्रामीण समुदाय में जनसंख्या नियंत्रण एवं नियोजन
By: रजनीकान्त नीरज.
Publisher: नई दिल्ली हिन्दी बुक सेन्टर 2019; नई दिल्ली भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसन्धान परिषद् 2019Description: xii, 311p.ISBN: 9789383894611.Other title: Grameen samuday mein jansankya niyantran evam niyojan.Subject(s): Rural women--Attitudes -- Family planning -- Birth control -- Social conditionsDDC classification: 363.9609542 Summary: प्रस्तुत शोध 'ग्रामीण समुदाय में जनसंख्या नियंत्रण एवं नियोजन (वाराणसी जनपद के हरहुआ विकासखंड पर आधारित एक समाजशास्रीय अध्ययन है) इसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के हरहुआ विकासखंड में अवस्थित पाँच गाँवो क्रमश मुर्दहा, बेलवरिया, चौका (भुसौला ) सत्यबालपुर, उंदी आदि गाँवो की विवाहित महिलाओं एवं पुरुषों में परिवार नियोजन की अभिस्वीकृति एवं परिवार नियोजन के प्रति उनकी उन्मुखता तथा जनसंख्या वृद्धि के प्रति उनकी जागरूकता का तथ्यपरक विश्लेषण किया गया है। शोध के अंतर्गत जनसँख्या समस्या को ग्रामीण परिदृश्य में विवेचित करने का प्रयास किया गया है। भारतीय समाज में जनसँख्या की तीव्र वृद्धि ने विकास के अधिकांश लाभांशों को प्रगतिहीन बना दिया है। ग्रामीण समाजशास्र के प्रसंग में लिखित एक मौलिक पाठ्यग्रंथ का रूप दिया गया है। इसमें जनसँख्या नियंत्रण एवं नियोजन के विभिन्न कार्यक्रमों की प्रभाविकता एवं परिणामों का सम्यक विश्लेषण किया है। किसी भी देश की जनसँख्या में जनांकिकी प्रारूप अर्थात जन्म-मृत्युदर,औसत आयु स्थिति, स्री-पुरुष का सामयिक अनुपात आदि पहलुओं को दर्शाया गया है। समग्र रूप में पुस्तक की उपादेयता उच्च शोध कार्यो में संलग्न शोदकर्ताओं, जनसँख्या नियंत्रको एवं ग्रामीण समाजशास्त्र आदि के लिए महत्व की वस्तु होगी।"Item type | Current location | Collection | Call number | Status | Notes | Date due | Barcode |
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Books | NASSDOC Library | हिंदी पुस्तकों पर विशेष संग्रह | 363.9609542 RAJ-G (Browse shelf) | Available | हिंदी पुस्तकों पर विशेष संग्रह | 50429 |
भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसन्धान परिषद्, नई दिल्ली के पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप हेतु प्रस्तुत अन्तिम शोध परिवेदन पर आधारित
ग्रन्थसूची संगलन
प्रस्तुत शोध 'ग्रामीण समुदाय में जनसंख्या नियंत्रण एवं नियोजन (वाराणसी जनपद के हरहुआ विकासखंड पर आधारित एक समाजशास्रीय अध्ययन है) इसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के हरहुआ विकासखंड में अवस्थित पाँच गाँवो क्रमश मुर्दहा, बेलवरिया, चौका (भुसौला ) सत्यबालपुर, उंदी आदि गाँवो की विवाहित महिलाओं एवं पुरुषों में परिवार नियोजन की अभिस्वीकृति एवं परिवार नियोजन के प्रति उनकी उन्मुखता तथा जनसंख्या वृद्धि के प्रति उनकी जागरूकता का तथ्यपरक विश्लेषण किया गया है। शोध के अंतर्गत जनसँख्या समस्या को ग्रामीण परिदृश्य में विवेचित करने का प्रयास किया गया है। भारतीय समाज में जनसँख्या की तीव्र वृद्धि ने विकास के अधिकांश लाभांशों को प्रगतिहीन बना दिया है।
ग्रामीण समाजशास्र के प्रसंग में लिखित एक मौलिक पाठ्यग्रंथ का रूप दिया गया है। इसमें जनसँख्या नियंत्रण एवं नियोजन के विभिन्न कार्यक्रमों की प्रभाविकता एवं परिणामों का सम्यक विश्लेषण किया है। किसी भी देश की जनसँख्या में जनांकिकी प्रारूप अर्थात जन्म-मृत्युदर,औसत आयु स्थिति, स्री-पुरुष का सामयिक अनुपात आदि पहलुओं को दर्शाया गया है। समग्र रूप में पुस्तक की उपादेयता उच्च शोध कार्यो में संलग्न शोदकर्ताओं, जनसँख्या नियंत्रको एवं ग्रामीण समाजशास्त्र आदि के लिए महत्व की वस्तु होगी।"
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