Normal view MARC view ISBD view

सामुदायिक संगठन/ बालेश्वर पांडे.

By: पांडे, बालेश्वर Baleshwar Pandey.
Contributor(s): तेजस्कर पांडे [लेखक].
Publisher: जयपुर : रावत प्रकाशन, 2018Description: vi, 272p.ISBN: 9788131609620.Other title: Samudayik Sangthan.Subject(s): समुदाय कार्य | समुदाय विकासDDC classification: 307.06
Contents:
CONTENTS सामुदायिक संगठन का अर्थ एवं परिभाषा सामुदायिक संगठन की वैचारिक पृष्ठभूमि सामुदायिक संगठन का इतिहास समाज कार्य की एक प्रणाली के रूप में सामुदायिक संगठन सामुदायिक कार्य की प्रक्रिया और क्षेत्र सामुदायिक संगठन की विधियां एवं चरण सामुदायिक संगठन के प्रारूप सामुदायिक संगठन के कुछ तात्कालिक आयाम सामुदायिक संगठन के अंगभूत सामुदायिक संगठन के सिद्धान्त सामुदायिक संगठन के उद्देश्य सामुदायिक संगठन का दार्शनिक पक्ष सामुदायिक कार्य की निपुणतायें सामुदायिक पेटिकायें एवं सामाजिक अभिकरणों की परिषद् सामुदायिक संगठन में संगठनकर्ता की भूमिका समुदाय सामुदायिक विकास सामुदायिक संगठन एवं सामाजिक क्रिया गरीबी निवारण कार्यक्रम एवं सामुदायिक संगठन सामुदायिक संगठन : एक केस स्टडी
Summary: भारत में संगठन की प्रचलित धारणाओं से आगे बढ़कर प्रस्तुत पुस्तक में यह दर्शाया गया है कि समुदायिक संगठन द्वारा समुदाय की विद्यमान स्थितियों के परिप्रेक्ष्य में सेवार्थियों का कल्याण ही नहीं किया जाता है वरन् एक कदम और आगे बढ़कर आवश्यकतानुसार समुदाय की परिस्थितियों में बदलाव लाकर सेवार्थियों का पूर्ण कल्याण किया जाता है। इसी परिप्रेक्ष्य में समुदाय की वैचारिक पृष्ठभूमि में रैडिकल सोशल वर्क की विषद विवेचना की गई है। पुस्तक में समुदायिक संगठन के दर्शन के सम्बन्ध में अद्वितीय तथ्य प्रस्तुत करने के साथ-साथ समुदायिक संगठन के सिद्धांतों को भी एक नये कलेवर में प्रस्तुत किया गया है। हमारा विश्वास है कि भारतीय परिवेश में समुदायिक संगठन के सम्बन्ध में इस स्तर की पुस्तक अंग्रेजी या हिन्दी भाषा में अभी तक प्रकाशित नहीं हुई है।
    average rating: 0.0 (0 votes)
Item type Current location Collection Call number Status Date due Barcode
Books Books NASSDOC Library
हिंदी पुस्तकों पर विशेष संग्रह 307.06 PAN-S (Browse shelf) Available 54148

CONTENTS सामुदायिक संगठन का अर्थ एवं परिभाषा सामुदायिक संगठन की वैचारिक पृष्ठभूमि सामुदायिक संगठन का इतिहास समाज कार्य की एक प्रणाली के रूप में सामुदायिक संगठन सामुदायिक कार्य की प्रक्रिया और क्षेत्र सामुदायिक संगठन की विधियां एवं चरण सामुदायिक संगठन के प्रारूप सामुदायिक संगठन के कुछ तात्कालिक आयाम सामुदायिक संगठन के अंगभूत सामुदायिक संगठन के सिद्धान्त सामुदायिक संगठन के उद्देश्य सामुदायिक संगठन का दार्शनिक पक्ष सामुदायिक कार्य की निपुणतायें सामुदायिक पेटिकायें एवं सामाजिक अभिकरणों की परिषद् सामुदायिक संगठन में संगठनकर्ता की भूमिका समुदाय सामुदायिक विकास सामुदायिक संगठन एवं सामाजिक क्रिया गरीबी निवारण कार्यक्रम एवं सामुदायिक संगठन सामुदायिक संगठन : एक केस स्टडी

भारत में संगठन की प्रचलित धारणाओं से आगे बढ़कर प्रस्तुत पुस्तक में यह दर्शाया गया है कि समुदायिक संगठन द्वारा समुदाय की विद्यमान स्थितियों के परिप्रेक्ष्य में सेवार्थियों का कल्याण ही नहीं किया जाता है वरन् एक कदम और आगे बढ़कर आवश्यकतानुसार समुदाय की परिस्थितियों में बदलाव लाकर सेवार्थियों का पूर्ण कल्याण किया जाता है। इसी परिप्रेक्ष्य में समुदाय की वैचारिक पृष्ठभूमि में रैडिकल सोशल वर्क की विषद विवेचना की गई है। पुस्तक में समुदायिक संगठन के दर्शन के सम्बन्ध में अद्वितीय तथ्य प्रस्तुत करने के साथ-साथ समुदायिक संगठन के सिद्धांतों को भी एक नये कलेवर में प्रस्तुत किया गया है। हमारा विश्वास है कि भारतीय परिवेश में समुदायिक संगठन के सम्बन्ध में इस स्तर की पुस्तक अंग्रेजी या हिन्दी भाषा में अभी तक प्रकाशित नहीं हुई है।

Hindi.

There are no comments for this item.

Log in to your account to post a comment.

Click on an image to view it in the image viewer