000 | 01981 a2200193 4500 | ||
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999 |
_c38881 _d38881 |
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020 | _a9788121260640 | ||
082 |
_a181.45 _bVIV-G |
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100 |
_aविवेकानंद, स्वामी _qSwami, Vivekananda |
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245 |
_aज्ञानयोग: _cस्वामी, विवेकानंद |
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246 | _aGyanyog | ||
260 |
_bप्रभात प्रकाशन _c2023 _aदिल्ली |
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300 | _a232p. | ||
520 | _aस्वामी विवेकानंद का "ज्ञान योग" (Gyan Yoga) एक महत्वपूर्ण कार्य है जिसमें उन्होंने योग के ज्ञानात्मक मार्ग पर विचार किया है। यह किताब विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो ज्ञान और तत्त्वज्ञान के माध्यम से आत्मा की वास्तविकता को समझने की कोशिश कर रहे हैं। यहाँ पर "ज्ञान योग" का हिंदी में संक्षिप्त सारांश दिया गया है| स्वामी विवेकानंद की "ज्ञान योग" की teachings मानवता को गहरी समझ और आत्मा के सत्य को जानने की प्रेरणा देती हैं। यह मार्ग केवल बौद्धिक ज्ञान प्राप्ति का नहीं, बल्कि आत्मा की गहराइयों को छूने और जीवन को एक नए दृष्टिकोण से देखने का है। | ||
650 | _aPhilosophy | ||
650 | _a दर्शन | ||
650 |
_aSoul _xhuman |
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650 |
_a आत्मा _x इंसान |
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942 |
_2ddc _cBK |