यशपाल,

अमिता / लेखक यशपाल. - प्रयागराज: लोकभारती प्रकाशन, 2010. - 164p.

Includes bibliography and index.

'अमिता' उपन्यास साहित्यकार यशपाल का 'दिव्या' की भाँति ऐतिहासिक है। ‘अमिता’ ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में कल्पना को आधार बनाकर लिखा गया उपन्यास है। इस उपन्यास के प्राक्कथन में यशपाल स्वयं इसके मूल मन्तव्य की ओर इशारा करते हैं–‘विश्वशान्ति के प्रयत्नों में सहयोग देने के लिए मुझे भी तीन वर्ष में दो बार यूरोप जाना पड़ा है। स्वभावतः इस समय (1954-1956) में लिखे मेरे इस उपन्यास में, मुद्दों द्वारा लक्ष्यों को प्राप्त करने अथवा समस्याओं को सुलझाने की नीति की विफलता का विचार कहानी का मेरुदंड बन गया है।’


Hindi.

9788180314995


यशपाल--हिंदी साहित्य--कृतियाँ
हिंदी उपन्यास--सामाजिक और व्यक्तिगत संघर्ष--कथा साहित्य
भारतीय साहित्य--समकालीन साहित्य--हिंदी
नारीवाद--हिंदी उपन्यास में स्त्री विमर्श--साहित्य
साहित्यिक विश्लेषण--यशपाल के उपन्यास--अध्ययन

891.433 / YAS-A